बल्लभगढ़. पहले से ही प्रतिदिन हजारों रुपए का घाटा उठा रहे हरियाणा रोडवेज की चिंता डीजल के बढ़े दामों से और बढ़ गई है। डीजल महंगा होने से रोडवेज का घाटा अब और बढ़ जाएगा। डीजल के दाम बढ़ने से अकेले फरीदाबाद डिपो को प्रतिदिन करीब 27 से 30 हजार रुपए का अतिरिक्त आर्थिक भार सहन करना पड़ेगा।
डिपो में बसें
फरीदाबाद डिपो में इस समय करीब 228 बसें हैं। इनमें से 148 बसें डीजल से चलती हैं, जबकि 70 बसें सीएनजी चालित हैं। डीजल की बसों में रोज करीब नौ से 10 हजार लीटर डीजल की खपत होती है। डीजल की कीमतों में 3 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। इस तरह डीजल का भाव बढ़कर 39 रुपए 79 पैसे हो गया है। इस हिसाब से रोडवेज को प्रतिदिन करीब 27 से 30 हजार रुपए का अतिरिक्त भार सहन करना पड़ेगा।
क्या कहते हैं यात्री
दिल्ली जाने वाले रामकिशन का कहना है कि लोग पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे हैं। ऐसे में डीजल के रेट बढ़ने से किरायों पर भी इसका असर पड़ेगा। कम से कम रोडवेज को यात्री भाड़े में कोई वृद्धि नहीं करनी चाहिए। सुबलेश मलिक व गुलशन का कहना है कि रोडवेज भाड़े में वृद्धि करता है तो उसे यात्रियों की सुविधाओं में भी इजाफा करना चाहिए।
क्या कहते हैं अधिकारी
रोडवेज के ट्रैफिक मैनेजर जेएस दूहन का कहना है कि डीजल के दामों में एकाएक इजाफा होने से डिपो का घाटा बढ़ना निश्चित है। इस घाटे को कुछ हद तक कम करने के लिए आने वाले दिनों में यात्री भाड़ा बढ़ाया जा सकता है। इसे लेकर जल्द ही अधिकारियों के साथ एक बैठक की जाएगी।
मालभाड़ा व स्कूल बसों का किराया बढ़ाने की तैयारी
बल्लभगढ़. डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर भी भाड़े में वृद्धि करने जा रहे हैं। करीब 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी की जा सकती है। इसके संकेत ट्रांसपोर्टरों ने दे दिए हैं। इससे खाद्य पदार्थो के साथ-साथ सभी आवश्यक वस्तुओं के दाम भी बढ़ जाएंगे।
ट्रांसपोर्टरों करेंगे बैठक
विजय भारत ट्रांसपोर्ट के मालिक संत गोपाल गुप्ता का कहना है कि डीजल की कीमतें बढ़ने से माल भाड़े में बढ़ोतरी की जाएगी। जल्द ही जिले के ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर एक बैठक कर माल भाड़े का रेट तय करेंगे। उन्होंने कहा कि करीब एक रुपए प्रति किलोमीटर की दर से भाड़ा बढ़ाया जा सकता है। ट्रांसपोर्टर प्रताप सिंह का कहना है कि जिस हिसाब से सरकार ने डीजल के दाम बढ़ाए हैं, उस हिसाब से माल भाड़े में कम से कम दो रुपए प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी होगी तब जाकर घाटा पूरा होगा।
निजी स्कूल बसों का बढ़ सकता है किराया
डीजल की कीमतें बढ़ने से निजी स्कूल बसों के किराए में भी वृद्धि हो सकती है। यह बढ़ोत्तरी करीब 20 से 30 फीसदी तक हो सकती है। स्कूल बसों का किराया बढ़ने से अभिभावकों की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ेगा। रावल स्कूल के संचालक सीबी रावल का कहना है कि छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने पर स्कूल बसों के किराए में वृद्धि की जाएगी। उन्होंने बताया कि यह वृद्धि 20 से 30 फीसदी तक की जा सकती है। प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन स्कूल बसों के किराए में होने वाली वृद्धि तय करेगी।
डिपो में बसें
फरीदाबाद डिपो में इस समय करीब 228 बसें हैं। इनमें से 148 बसें डीजल से चलती हैं, जबकि 70 बसें सीएनजी चालित हैं। डीजल की बसों में रोज करीब नौ से 10 हजार लीटर डीजल की खपत होती है। डीजल की कीमतों में 3 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। इस तरह डीजल का भाव बढ़कर 39 रुपए 79 पैसे हो गया है। इस हिसाब से रोडवेज को प्रतिदिन करीब 27 से 30 हजार रुपए का अतिरिक्त भार सहन करना पड़ेगा।
क्या कहते हैं यात्री
दिल्ली जाने वाले रामकिशन का कहना है कि लोग पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे हैं। ऐसे में डीजल के रेट बढ़ने से किरायों पर भी इसका असर पड़ेगा। कम से कम रोडवेज को यात्री भाड़े में कोई वृद्धि नहीं करनी चाहिए। सुबलेश मलिक व गुलशन का कहना है कि रोडवेज भाड़े में वृद्धि करता है तो उसे यात्रियों की सुविधाओं में भी इजाफा करना चाहिए।
क्या कहते हैं अधिकारी
रोडवेज के ट्रैफिक मैनेजर जेएस दूहन का कहना है कि डीजल के दामों में एकाएक इजाफा होने से डिपो का घाटा बढ़ना निश्चित है। इस घाटे को कुछ हद तक कम करने के लिए आने वाले दिनों में यात्री भाड़ा बढ़ाया जा सकता है। इसे लेकर जल्द ही अधिकारियों के साथ एक बैठक की जाएगी।
मालभाड़ा व स्कूल बसों का किराया बढ़ाने की तैयारी
बल्लभगढ़. डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर भी भाड़े में वृद्धि करने जा रहे हैं। करीब 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी की जा सकती है। इसके संकेत ट्रांसपोर्टरों ने दे दिए हैं। इससे खाद्य पदार्थो के साथ-साथ सभी आवश्यक वस्तुओं के दाम भी बढ़ जाएंगे।
ट्रांसपोर्टरों करेंगे बैठक
विजय भारत ट्रांसपोर्ट के मालिक संत गोपाल गुप्ता का कहना है कि डीजल की कीमतें बढ़ने से माल भाड़े में बढ़ोतरी की जाएगी। जल्द ही जिले के ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर एक बैठक कर माल भाड़े का रेट तय करेंगे। उन्होंने कहा कि करीब एक रुपए प्रति किलोमीटर की दर से भाड़ा बढ़ाया जा सकता है। ट्रांसपोर्टर प्रताप सिंह का कहना है कि जिस हिसाब से सरकार ने डीजल के दाम बढ़ाए हैं, उस हिसाब से माल भाड़े में कम से कम दो रुपए प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी होगी तब जाकर घाटा पूरा होगा।
निजी स्कूल बसों का बढ़ सकता है किराया
डीजल की कीमतें बढ़ने से निजी स्कूल बसों के किराए में भी वृद्धि हो सकती है। यह बढ़ोत्तरी करीब 20 से 30 फीसदी तक हो सकती है। स्कूल बसों का किराया बढ़ने से अभिभावकों की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ेगा। रावल स्कूल के संचालक सीबी रावल का कहना है कि छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने पर स्कूल बसों के किराए में वृद्धि की जाएगी। उन्होंने बताया कि यह वृद्धि 20 से 30 फीसदी तक की जा सकती है। प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन स्कूल बसों के किराए में होने वाली वृद्धि तय करेगी।
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